चंचल हिरनी सा मन मेरा पल में खिलता पल में घबराया सा, सुख में सुकमाया सा, दुःख में चंचल हिरनी सा मन मेरा पल में खिलता पल में घबराया सा, सुख में सुकमाया सा, ...
गुलदस्ते सा मेरा देश गुँथे जिसमे विविध हैं वेश गुलदस्ते सा मेरा देश गुँथे जिसमे विविध हैं वेश
बहकते कदम झूमे तन मन, नैनो से गिरे मोती मंद-मंद, भवरो का गुंजन, फैला गगन, छोटी से ह बहकते कदम झूमे तन मन, नैनो से गिरे मोती मंद-मंद, भवरो का गुंजन, फैला गगन,...
अनगिनत गांठें सुनों, ऐसा है मेरा ये आंचल ! अनगिनत गांठें सुनों, ऐसा है मेरा ये आंचल !
हर कोई अपना...अपने से दूर रह गया मेरा ये मन कोरा कागज...कोरा ही रह गया हर कोई अपना...अपने से दूर रह गया मेरा ये मन कोरा कागज...कोरा ही रह गया